उस्ताद जी कहते हैं कि
उस्ताद जी कहते हैं कि...
मछली और लड़की खुद पकड़ के खाओ तो मज़ा है…
लंड ओर क़ानून कभी हाथ में ना लो…
नौकरी और कुत्ते पर कभी लात मत मारो…
लड़की जितनी मर्ज़ी लंबी हो वो लंड हमेशा लेट कर ही लेती है…
लोहे पर हथोड़ा और चूत पर लोड़ा तब मारो जब वो गरम हो…
किस्मत की करनी, चूट की गर्मी ओर लंड की बेशर्मी नहीं रुकती…
बंदूक से निकला फौलाद और चूत से निकली औलाद कभी वापिस नहीं होती…